मुआफ़ी-नामा

1 भाग

279 बार पढा गया

16 पसंद किया गया

माफ़  कर  देना  उन खताओं को मेरी, जिन्होंने    तेरा    दिल    दुखाया    है। आंसू     तेरे    जब    जब   भी    बहे, उन्होंने     मेरा     ख़ून  ...

×