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(सावन मास में अपने प्रियतम के विरह में तड़पती नायिका के मनोभाव!) रंग लाल-लाल, उड़े गुलाल रिमझिम सावन बरसे रे जिया बेहाल, लिए मलाल तोहे देखन को तरसे रे! नैना मोरे ...