दोस्ती

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दोस्ती  जिसे दोस्त माना उसने ही फरेब दिखाया !  मेरे ही काँधे पर रख बंदूक जीवन भर चलाया !  वो देता रहा मिठास से भरी जहर की गोलियां !  हम भी ...

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