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रचयिता-प्रियंका भूतड़ा शीर्षक-हे प्रभु! बस तू ही है मेरा सखा हे प्रभु! तू ही है मेरा सखा तेरी मित्रता में नहीं है कोई छलावा रखना तेरा मेरा ऐसा रिश्ता जैसे थी ...