दर्द

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बन के हमसाया तेरा.. वज़ूद अपना मिटा लिया मैंने, फिर भी तेरे किस्से में.... मेरा नाम नहीं आया। दिल धड़कता रहा बस.... तेरे ही तसव्वुर में, फिर भी मेरी मोहब्बत में... ...

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