आम आदमी

1 भाग

253 बार पढा गया

6 पसंद किया गया

ख़बर है जिंदगी में बस गम नहीं होते हैं, आजमाईश ज़िन्दगी में क्यों कम नहीं होते हैं, एक आम आदमी हूॅ॑ जो सपने भी देखता है, ख्वाबों पे मेरे क्यों तेरे ...

×