1 भाग
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ये बहती हुई हवाऍ॑.... अब भी तेरा पैग़ाम लाती हैं। छू के तेरे होठों को .... मेरे लिए तेरा सलाम लाती हैं। छोड़ गया जिन राहों में... तू "तन्हा" सिसकने के ...