अजीब दौर हकी़क़त को ख्वाब लिखने लगे।

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अजीब दौर हकी़क़त को ख्वाब लिखने लगे। फक़त चरागों को ही आफ़ताब लिखने लगे। ❤️ हमारे दौर के यह झूठे और फरेबी लोग। सभी लुटेरों को इज़्ज़त मआब लिखने लगे। ❤️ ...

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