संवाद 🍁

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--------------* संवाद *-------------- मौन मुखर और हृदय शिखर पर  पल पल छाया तू वैरागी  काल पथिक तू ,पद पथिक मैं  मौन की तेरे अनुरागी .. सीप को ज्यूँ स्वाति की  बूंदें  ...

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