निशानियाँ

1 भाग

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बातों से वो दिल को बहला रहे है !  कुछ तो राज़ है जिसको हमसे छुपा रहे है !  चेहरे पर झूठी मुस्कान सजाए जा रहे है !  आये जो आँख ...

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