रामचरित मानस

210 भाग

30 बार पढा गया

2 पसंद किया गया

उत्तरकाण्ड श्री रामजी का स्वागत, भरत मिलाप, सबका मिलनानन्द दोहा : * आवत देखि लोग सब कृपासिंधु भगवान। नगर निकट प्रभु प्रेरेउ उतरेउ भूमि बिमान॥4 क॥ भावार्थ:-कृपा सागर भगवान्‌ श्री रामचंद्रजी ...

अध्याय

×