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जब मैंने तेरे लिए अपना घर छोड़ा था, अपने तमाम रिश्तों को पल में तोड़ा था। तेरे अलावा कुछ नहीं दिख रहा था मुझे, तुझसे शादी का दुप्पटा सर पर ओढ़ा ...