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*इच्छाओं की गुलामी से मुक्ति* इच्छाओं की गुलामी, दिलो दिमाग पर ऐसी छाई चैन गया ना जाने कहाँ, सबने अपनी निंद्रा गंवाई मन बुद्धि में इनकी उपज, बढ़ती जा रही बेशुमार ...