1 भाग
248 बार पढा गया
17 पसंद किया गया
🌹🌹🌹🌹 ग़ज़ल 🌹🌹🌹🌹 जहालत 'को मनोरंजन 'फ़ज़ीहत को मनोरंजन। यहाँ कुछ लोग कहते हैं 'शरारत को मनोरंजन। ख़ुदा के वास्ते भूले से भी 'कहना न तुम हरगिज़। मुह़ब्बत ...