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रात के लगभग बारह बज रहे थे,एकाएक रेलगाड़ी स्टेशन पर रूकी और मनोज अपना सामान और बिस्तरबंद लेकर नींचे उतरा,उसने देखा कि स्टेशन पर काफी सन्नाटा पसरा था और वहाँ उसे ...