कभी मिलने मुझसे मेरे घर तो आयो सही

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सुन पड़ी है तुम्हारे बिन ये हवाएं, तुम अपने आने की दस्तक देकर जाओ तो सही, कभी मिलने मुझसे मेरे घर तो आयो सही। हर पल तुम्हारा इन्तेजार करता रहता हूँ ...

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