अधी भरी गगरी🍁

1 भाग

133 बार पढा गया

7 पसंद किया गया

अधी भरी गगरी छलकत जाए अपने ही जल संग इतराए ज्ञान भरी पावन जो गगरी सिर माथे सब भार उठाए.... अधी भरी गगरी छलकत जाए जल मुझमें है बताती जाए नीर ...

×