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कभी खुशियों के कई सारे मोती है, कभी आसुंओ की लंबी सी लड़ी है, जैसी भी हो यारों ज़िंदगी मेरी है। कभी ग़म दरवाजे पर दस्तक दे रहे, कभी खुशियाँ सारी ...