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प्लतियोगिता हेतु। दोहा वक़्त पड़े पर यदि कभी, आये ना जो काम। दूर रखो उनको सदा, कर लो सीता राम।। मन मलीन तन उज्जवला, उसको रखिए दूर। ऐंसे नर से पाओगे, ...