1 भाग
246 बार पढा गया
25 पसंद किया गया
वो चादर सिमट कर छोटी हो गई है, जो उसके सर का ताज हुआ करती थी। वो चादर भी टुकड़े टुकड़े हो गई है, जो गरीब का बिछोना हुआ करती थी। ...