शाम

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मेरी आख़री शाम तेरी बहो में गुजरे  मेरा दम भी बस उसी पल निकले l तेरी सूरत को इन आँखों मे समाना चाहती हूँ अपनी इन सांसो को तेरी बहो में ...

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