कह दो न तुम्हें प्यार नहीं है

1 भाग

289 बार पढा गया

23 पसंद किया गया

खोए रहते हैं यादों में, मिलने से परहेज बहुत है ऐसे मुख को फेरे बैठे, जैसे मुझ पर रोष बहुत है।। रूठे हो तो यही बता दो, गलती किसकी, कौन सही ...

×