1 भाग
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खोए रहते हैं यादों में, मिलने से परहेज बहुत है ऐसे मुख को फेरे बैठे, जैसे मुझ पर रोष बहुत है।। रूठे हो तो यही बता दो, गलती किसकी, कौन सही ...