1 भाग
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विषय:-- स्वैच्छिक दूर की न सुन सको,करीब की सुनो! एक बार तो ,किसी गरीब की सुनो! नापते हैं भाग्य को, जो चल कदम-कदम! आंसुओं को पी रहे हैं ,खा रहे हैं ...