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उदास एक शाम..! सूनी -सूनी मांग, उदास एक शाम! थकी किरण सूरज की, रोशनी तमाम ! पास का प्रमाण बनी , सांसों की गंध! गुंजन का खुशबू से, अद्भुत अनुबंध ! ...