1 भाग
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दुल्हन बनी खिली नवयौवना है , श्रृंगार करके लगती अन्नपूर्णा है | रूप ऐसा उसका निखरता चला गया , रंग प्रीत का उस पर चढ़ता चला गया | माथे पर टीका ...