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माँ तू है एक ममता का गहरा सागर, कितना भी भर लूँ ना भरे मेरी गाघर। तेरे आँचल की शीतल छाया में पला बड़ा मैं, धन्य हुआ मेरा जीवन प्यार तेरा ...