देख लो ना- Dekh loNa-best hindi Ghazal by ℕ 𝕂𝕦𝕞𝕒𝕣

81 भाग

446 बार पढा गया

28 पसंद किया गया

आग को पानी पिला कर देख लो ना। खुद के घर को ही जला कर देख लो ना। कितना मुश्किल है अकेले दर्द सहना, बेवफा से दिल लगा कर देख लो ...

अध्याय

×