आवारा

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विषय;--"आवारा" व्यर्थ गवां मत इस जीवन को,समय बहुत अनमोल। मृगतृष्णा में आगे- पीछे,आवारा मत डोल।। क्षणभंगुर मायावी जग में, चिड़ियन रैन बसेरा है। इन सांसों के वृंदावन में, जोगीवाला फेरा है।। ...

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