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मेरी कुड़ेवाली सनम शान थी वो, मेरी जान थी वो उठाती कूड़ा कचरा मेरी चाय की दुकान थी। उसने मुझे फसाया जाल में या मुझे तरस आया उसके हाल में कहना ...