प्रेम

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प्रेम के एक पल के लिए, मैंने सदियों तक किया है इंतज़ार हाँ आएगी कभी तो, मेरे भी इस नीरस जीवन में भी बहार पेड़ की शाख के टूटे पत्ते जैसी, ...

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