खुद को खुद में ढूंढ रही हूँ

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खुद में ही खुद को ढूंढ़ रही हूँ !  आज मैं अपना ही पता पूछ रही हूँ ! लफ्ज़ को भाव सागर से निकाल रही हूँ !  दर्द की माला अश्कों ...

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