बेफिक्र

1 भाग

82 बार पढा गया

1 पसंद किया गया

रात भर वो हमसे बात करते रहे  हम बेख़बर चेन की नीद सोते रहे  रात गुजरी उसने हमारी फिक्र में  हम बेफ़िक्र होकर मिठे सपने बुनते रहे         ...

×