1 भाग
99 बार पढा गया
6 पसंद किया गया
बंद खिड़कियों से झाकती है l यादों के झरोखे उसमे से ताकतें है l बाहर खड़े होकर शोर बहुत मचाते है l कानो को पर हाथ रख लेती हुँ फिर भी ...