आहत वही शिकारी हो

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मुक्तक जो हम पर हमला करते हैं, उन पर चोट करारी हो। दुनिया वालों को दिखला दो, अबकी बार हमारी हो।। रोने वाले बचें नहीं अब , पाकिस्तानी धरती पर। जो ...

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