लेखनी प्रतियोगिता -12-Mar-2022 अनजान

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जिनके  लिए  थी  मैं  अनजान बन   गए  वों  ही  मेरी पहचान । कभी    आएं    थे     जों     बनकर    मेहमान दिल में घर कर लिया अब वों रहें ना अनजान ...

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