कहानीःअधूरा खत

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कहानीःकुछ अधूरे खत अपने पीजी के कमरे में बस सोकर उठा ही था कि मेरे दोस्त निवास का फोन आया --,,मास्टर जी नहीं रहे..!,, ,,क्...क्या...!,कब...कैसे..?,,मैं इस खबर पर ही बौखला गया। ...

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