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खुशियों के माहौल में भी ऑंखें तेरी भर आई है सबका मान- सम्मान बना रहें यह जिम्मेदारी तुम पर ही क्यों आई है? अपनी खुशियों को कुर्बान कर अपनों की खुशियों ...