1 भाग
139 बार पढा गया
2 पसंद किया गया
मोहे पिया मिलान की आस है नजाने ये कितने जन्मों की प्यास है l बस रूह के मिलन की बची आस है जिस्म भी न अब इसमें कुछ खास है l ...