उपन्यास-गोदान-मुंशी प्रेमचंद

121 भाग

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गोदान--मुंशी प्रेमचंद राय साहब इस समय नैनीताल में थे। यह सन्देशा पाकर फूल उठे। यद्यपि वह विवाह के विषय में लड़के पर किसी तरह का दबाव डालना न चाहते थे; पर ...

अध्याय

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