121 भाग
128 बार पढा गया
1 पसंद किया गया
गोदान सोना ने जिस अस्त्र को रामबाण समझा था, अब मालूम हुआ कि वह बाँस की कैन है। हताश होकर बोली -- मैं एक बार उससे कह के देख लेना चाहती ...