उपन्यास-गोदान-मुंशी प्रेमचंद

121 भाग

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गोदान झुनिया ने माथा सिकोड़ कर कहा -- पगहिया माँग रहे थे। मैंने कह दिया, यहाँ पगहिया नहीं है। 'यह सब बहाना है। बड़ा ख़राब आदमी है। ' 'मुझे तो बड़ा ...

अध्याय

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