श्रीराम जी उसी डॉक्टर से बात कर रहे थे। जाह्नवी और विक्रम को अब निमय के कमरे से बाहर निकलना पड़ा था। उधर फरी भी जानकी जी को लेकर प्रतीक्षालय में ...

अध्याय

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