50 भाग
462 बार पढा गया
12 पसंद किया गया
रात काफी गहरी हो चुकी थी, मगर निमय की आंखों से नींद कोसों दूर थी, वह बार बार फरी की उस मुस्कान को याद करके बेहद खुश हुआ जा रहा था, ...