सोच रही है आज यह घड़ी

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सोच रही है आज यह घड़ी क्यों मैं दीवार पर हूँ जड़ी देखते हैं सब मोबाइल को अब मेरी नहीं किसी को पड़ी सोच रही है आज यह घड़ी रोज़ मुझको ...

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