टूटे सपने

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टूटे सपने  सपने कहाँ किसी के अपने हुए हैं ये तो बड़े ही फ़रेबी होते हैं दिखा कर आँखों को सतरँगी सपने एक पल में ही शीशे की तरह टूट कर ...

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