डायरी में कैद सपने (भाग 17)

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हम चाय के लिए चाह कर भी नही बोल पाए। हम पापा के पास चले आए। वहीं कुछ देर बाद कमरे में चाय की मीठी महक आई तो हम बाहर चले ...

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