ओ! मेरे मनमीत

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तुम मेरा मन-भावन जीवन, तुम मेरी उम्मीद न तुम मुझको छोड़कर जाना, ओ! मेरे मन-मीत।।  जब से तुमको पाया हूँ मैं, खुद को थोड़ा भूल गया तेरे प्यार के बिम्बों से, ...

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