रंगीला ख्वाब कोई बुना ही नहीं ।

1 भाग

292 बार पढा गया

16 पसंद किया गया

रंगीला ख्वाब  कोई बुना ही नहीं । प्यार में उनके कोई वफ़ा ही नहीं। ❤️ जिंदगी में उजाला तुम ही से तो था । अब अंधेरा है कोई ज़िया ही नहीं। ...

×