रतनगढ - कहानी दो जहां की अंतिम भाग (भाग 23)

23 भाग

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हाँ निहारिका समर ने चारो ओर देखते हुए कहा। निहरिका चारो ओर ध्यान से देखती है वहाँ उसे बस एक मिट्टी की हाथ भर की मूर्ति दिखती है। निहारिका समर चौकन्ने ...

अध्याय

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