बोझ

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बहुत हो गया ज़िन्दगी के इस बोझ को उठाते उठाते  चलो फिर इन दुखो की चादर को आग मे झोंके ज़िन्दगी तो रंजोगमो के मेले है ये सब तो इस के ...

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